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बुधवार, 25 नवंबर 2015

संगीत एवम शादी समारोह के लिए हिंदी शायरी

शादी मे संगीत की धूम आज के वक्त में सबसे ज्यादा चमक दिखाती हैं | बिना गानों और कविता के कभी संगीत निशा पूरी नहीं होती | शादी मे बिदाई के गीत सभी की आँखों को भिगो देते हैं ऐसे ही कुछ काव्य रचना आपके सामने पैश हैं |राजेश बेहरा की ओर से
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सात सूरों का संगम संगीत को है बनाता,
दो दिलो का बंधन शादी को है रचाता |

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कई परिवारों का मिलन महफ़िल को है सजाता,
बुजुर्गो का आशीर्वाद, खुशियों में चार चाँद लगाता,
                                             चार चाँद लगाता || 

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आया बिटिया का राजकुमार  

कल की ही तो बात है, इक नन्ही कली आँगन में खिली थी |
अपनी गुड़िया को दुल्हन बनाकर, वो सपनो में खेला करती थी |

उसकी हंसी ठिठोली से, गुंजायमान था मेरा आँगन|

उसकी नन्ही शरारतों से, भरा हुआ था मेरा आँचल|

आज मेरे द्वार पर एक राजकुमार आया है,

ढोल ढमाकों के साथ बारात घर लाया है |

दुल्हन बनी मेरी बिटिया को, डोली में वो ले जायेगा |

मेरी राजकुमारी को,अपने घर की लक्ष्मी वो बनाएगा ||
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बहना की बिदाई  

तू है कोमल गुलाब की कली,
सूर्य की तीखी किरणों से बनी |
तू चांदनी सुनहरी, प्यारी बहना मेरी,

जब तू चली जायेगी,तेरी याद बहुत सताएगी|

तेरी आने की आस,दिल में ख़ुशी जगाएगी |
कौन मेरी बात सुनेगा, कौन मुझे डाट लगाएगा|
अब तो ये मन तुझे बार बार फोन लगाएगा |

तू मिलने मुझसे चली आना वरना फोन का बिल बहुत आएगा

         बिल बहुत आएगा ||
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हिंदी शायरी शादी और संगीत को और अधिक यादगार बना देती हैं अगर आपको अच्छी लगे और अधिक चाहिए तो हमें कमेंट बॉक्स मे लिखे आपके लिए नयी शायरी लिख दी जाएगी |
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सास/ माँ के लिए शायरी 

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 ममता के सुन्दर निर्मल बाग़ में,
संस्कारित पुष्प(दूल्हा) को आपने संजोया हैं |
आपके प्यार एवम संस्कारो से भरे घरोंदे में,
अपनी कली(दुल्हन) को हमने, आपके आँचल में सौपा हैं ||

ननन्द/ बहन के लिए शायरी

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प्यारी-प्यारी बहनों के प्यारे भैया,
बन गए  हैं हमारी दुल्हन के सैया |
घर में आ रही हैं भाभी आपकी,
बनाकर रखियेगा इन्हें सहेली अपनी |
आपकी खुशियों मे रहे हमारी बेटी का हाथ,
ऐसा ही प्यारा सा बने ननन्द भाभी का साथ ||

 

देवर / भाई के लिए शायरी 

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धुरंधर भाइयो के बिना क्या आएगा महफ़िल में मजा
कुवाँरे हैं अब तक लादो इन्हें भी दुल्हन दो एक सजा
बारात सजाने का काम भाइयों का हैं होता
बिना इनके नागिन डांस नहीं जचता |
भाभी देवर का साथ होता है निराला
जैसे बजे कोई सुरीला सितारा |  

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hindi shayari
[ RAJESH KUMER BEHRA RAIMER ]

 

 



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